भारत – गणतंत्र दिवस
पद्मिनी अरहंत
भारत के सभी नागरिकों को गणतंत्र दिवस मुबारक।
वैसे भी भारत को गणतंत्र स्थिति पाना है क्यों की राजनीति देश को गणतंत्र या लोकतंत्र से अभी तक वंचित रखें हैं|
जब तक राजनीति वंशवादी, हिंसावादी, धर्मवाद और भ्रष्टाचार में कैद हो, तब तक देश वासी मुख्य तौर पर आम नागरिक, गरीब, किसान, मज़दूर, लोग जिन्हें समाज में पिछड़े वर्ग कहते हैं, फिर महिलाएं और अन्य मज़बी लोगों को केवल वोट बैंक बनादिया गया है, उनकेलिए संगर्ष पीडियों तक रहेगा|
इसलिए पूजन्य भगवान महादेव की आदेश को पालन करते हुए, मैं पद्मिनी अरहंत आपके सामने प्रस्ताव रकती हूँ की पूरे भारत के पीड़ित जनता जिन्हें राष्ट्रीय और केंद्रीय राजनीति ने सिवाय खोखले वायदे एवं भ्रष्टाचार के अलावा, कुछ नहीं दिया हो, एक राष्ट्रीय पार्टी स्थापित किया जायेगा अभी इन आने वाले दिनों में, इस पार्टी में भाग लेंगे सभी भारतवासी जो अपनी हालात और देश की बिगड़ते परिस्थिति से परेशान है|
यह पार्टी मजबूरन आरम्भ हो रहा है क्योंकि देश ताना शाही, दुष्टता और भ्रष्ट भूमि बना हुआ है| जब कोई बुरी तरह बीमार हो जाते हैं, उनका इलाज आवश्यक होता है उनके जान बचाने के लिए वरना यह बीमारी जो भारत को लगी है सत्तर साल से, जो केवल सत्ता के लिए चुनाव लड़ते हैं और उसके बाद जितना धन बटोर सकते हैं उतना बटोर के देश, मध्य वर्ग और गरीबों को कंगाल बनाके बार बार कुर्सी के लिए खड़े होते हैं |यही सिलसिला रहा अब तक जिसे हर हालत में बदलना होगा|
मैं चाहती हूँ की आप सब अपनी राय, इच्छा ज़रूर पेश करें क्योंकि यह पार्टी आपके लिए है| आप इसमें भाग लेकर चुनाव लड़ेंगे वंश वाद, हिंसा, भ्रष्टाचार और समुदाय का बटवारा करने वाले राजनीति के विरोध ताकि भारत सभी देश वासियों के लिए बने जहाँ सभी नागरिक को बराबर मौका मिले सब जागों में यानी राजनीति से लेकर, उद्योग क्षेत्र और अन्य इंडस्ट्री में हुनर, क्षमता और मेहनत को महत्व मिले | बजाय राज वंश, राजनीति वंश, प्रसिद्दता एवं अमीरी के बल से जो अब तक जारी है |
आप लोगों को इसके बारे में निर्णय लेना है क्योंकि यह विचार और योजना आप के और भारत के भविष्य से जुड़ा है| एक नयी उमंग, आशाएं और दृढ़ता से भरपूर यह भारत की ऊर्जा खास तौर पर युवा पीड़ी को कुछ कर दिखाने की अवसर मिल रहा है |
एक और मुख्य बात, इस प्रस्ताव को देश के कोई सुपरस्टार चाहे वो तमिलनाडु से हो या कहीं से भी जोड़कर, तत्कालीन राजनीति दल के अवसरवादी बाहर के डीप स्टेट यानी गहरी अवस्था के अनुदेश या टिप्पणी पर चलने वाले तोड़ मरोड़कर अपने लाभ के लिए कुछ भी कहेंगे, ऐसे व्यवहार को आप सब कृपया टुकरायें| क्यंकि ऐसे अर्चन पैदा करने वाले केवल अपने स्वार्थ और फायदे के लिए इन कामों में उलझते हैं | इन्हें उसके अलावा और कुछ सूजता नहीं | ऐसे चाल-चलन के कारण ही, भारत के आम नागरिक उन्नति और प्रगति के हिस्सेदार नहीं बन पाते | इस संस्कृति को हमेशा के लिए हटाना होगा |
मैं आपके उत्तर का प्रतीक्षा करते हुए इस सन्देश को यहीं समापत करती हूँ |
धन्यवाद |
जय भारत |
पद्मिनी अरहंत
लेखिका और प्रस्तुत्त करता पद्मिनिअरहंत.कॉम
प्रकृति.पद्मिनिअरहंत.कॉम







mania as that is not going to deliver what is aimed at and desired in vain except confirming your asinine indulgence.




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