अंधेर नगरी चौपट राजा।
पद्मिनी अरहंत
जय राम जी की।
हुआ यूं की कुछ व्यक्ति अंधेर नगरी के सेवक बने। अंधेर नगरी काला धन और काली करतूतों के लिए ही प्रसिद्ध है। जब यह सच खुलकर सामने आया तो वे व्यक्ति जो अपने आप को प्रधान सेवक कहते फ़िरते हैं, हालांकि यह सेवक हैं पूँजी पतियों की और मुख्या का रूप धारण करते हैं केवल आम जनता पर रोभ जमाने के लिए। जैसे गरीब किसान, मज़दूर, आदिवासी, अन्य समुदाय के नागरिकों को पिछड़े वर्ग में दखेलकर और धर्म यहाँ तक भगवान का भी राजनीति और सौदा करते हैं। जब अंधेर नगरी की पोल खुली तो पूँजी पतियों के सेवक की कुर्सी हिलने लगी। यह तो होना ही था।
आख़िर सच और मूच ज़्यादा देर छिपाया नहीं जा सकता। यह कड़वी बात सच के विरोधियों को तनिक भी अच्छा नहीं लगता। ख़ैर उनके पसंद नापसंद को लेकर न हीं सृष्टि बनाया हैं न ही उनकेलिए यह संसार जुकता है।
फ़िर भी अंधेर नगरी के सदस्य और पूँजी पतियों के सेवक के ब्रह्म टूटने का नाम नहीं ले रहा है।
वैसे अपने छवी को लेकर आम जनता के ख़ून पसीने से कमाया राष्ट्रीय धन लूटाने वाले व्यक्ति, दूसरी और उस पैसे को आइना दिखाने वालों पर जासूसी के लिए खर्च किया जाता है |
यही व्यक्ति और इनके साथी की प्रतिक्रिया – किसी प्रकार के संकट के कारण दूसरे देश में शरण लेने वालों को गुसपेटि कहकर उन्हें वापस लौटाते हैं | उल्टा खुद दूसरों के घर बिन बुलाये पेगासस जासूसी के माध्यम गुसना ज़रा भी अपराध नहीं मानते हैं | इन गुसपेटियों के लिए कोई कायदा नहीं | औरों के लिए अलग खानून चलाने वाले किस प्रकार के लोग हैं, इसे बार बार अपने काले व्यवहार से दिखाते हैं |
और तो और इन्हें वृन्दावन में निधि वन के नियम का ज्ञात होते हुए भी, पेगासस के ज़रिये अपनी दुर्गति को आमंत्रण करते हैं |
जो व्यक्ति मुख्या के तौर पर आम जनता के सामने तरह तरह के पौशाक और पगड़ी पहनकर समबोदित करते हों, यहाँ तक करोना बीमारी के बीच चुनावी भाषण देकर कई लोगों को मृत्यु दण्ड देने वाले, जनता को अक्सर टोपी पहनाने की शौक़ीन भी हैं |
स्वयं पगड़ी पहने और जनता जनार्दन को टोपी पहनाने वाले व्यक्ति, अंधेर नगरी के चौपट राजा ही कर सकते हैं |
इस चरित्र को अपना सबसे बड़ा गुण मानते हैं और इनके टोली एवं पलटन इसे बड़े गर्व मानकर इनकी झूटी प्रशंसा करते हैं |
ऐसे होते हुए यह व्यक्ति और इनके प्रशंसक एवं श्रोता न घर के न घाट के रह जाते हैं |
जय राम जी की।
पद्मिनी अरहंत







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